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प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी के कम शिक्षित होने पर हो हल्ला मचाने वाले यदि आंकड़े देखे तो दंग रह जायेंगे / २००९ साल में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में बनी UPA सरकार की तुलना में २०१४ में मोदी जी के नेतृत्व में बनी NDA सरकार में स्नातकों की संख्या अधिक है / मनमोहन सिंह सरकार में जहाँ ४५ % स्नातक मंत्री थे वही मोदी सरकार में ५० % स्नातक मंत्री है / मनमोहन सिंह के मंत्रिमंडल में डॉक्टरेटों की संख्या ६ % थी वही नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में डॉक्टरेटों की संख्या १२ % है / हाँ , अवस्य हाई स्कुल और पोस्ट ग्रेजुएट पास मत्रियों में मोदी सरकार कमजोर है / जहाँ मोदी सरकार में दशवी या बारहवीं तक पढ़ने वाले मंत्रियों की संख्या १२ % है वही मनमोहन सरकार में यह संख्या केवल ९% ही था / यही हाल पोस्ट ग्रेजुएट मंत्रियों के मामले में भी है / मनमोहन सिंह सरकार में पोस्ट ग्रेजुएट मंत्रियों की संख्या ४० प्रतिशत थी जबकि मोदी सरकार के सिर्फ २० % मंत्री ही पोस्ट ग्रेजुएट है / मोदी मंत्रिमंडल के रेलमंत्री श्री सुरेश प्रभु और ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल चार्टेड अकाउंटेंट है / सुरेश प्रभु की CA में आल इंडिया रैंक ११ था वही पियूष गोयल जी का दूसरा रैंक था / वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जी सुप्रीम कोर्ट की जानी-मानी अधिवक्ता है / डाक्टर हर्षवर्धन सर्जरी में पोस्ट ग्रेजुएट है तो नजमा हेपतुल्ला भी कार्डियक एनाटॉमी में पीएचडी. है / गृह मंत्री एमएससी. है और फिजिक्स के प्रॉफेसर रह चुके है / इसलिए कुछ बामपंथी बिचरधारकों की यह धारणा की मोदी मंत्रिमंडल गैर इंटेलेक्चुअल है गलत प्रमाणित होती है /
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