Menu
blogid : 14057 postid : 691671

डॉक्टर बाबू (एक लघु कथा) [कांटेस्ट]

मेरी आवाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
  • 104 Posts
  • 421 Comments

डॉक्टर ने सामने बैठे रोगी को झिड़कते हुए कहा ” यही आदत है आपलोगो की / जब रोग शुरू होता है, तभी डॉक्टर के पास नहीं आते / खुद दवा खरीदकर खा लेते हो / और जब रोग बढ़ जाता है तब डॉक्टर के पास आते हो / आखिर डॉक्टर का फ़ीस ही बचाना है तो सरकारी हॉस्पिटल में दो रूपये के कूपन पर डॉक्टर को दिखा लेने में क्या हर्ज है / जानते हो तुम्हारे पेट में अल्सर है / और कुछ दिन यहाँ नहीं आते तो यह अल्सर तुम्हारे पेट में ही फट जाता और तुम मारे जाते / ठीक समय पर आ गए /”
रोगी डॉक्टर के सामने हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाते हुए कहने लगा /” डॉक्टर बाबू मुझे बचा लिजीये / मेरे तीन-तीन बच्चे है / मैं नहीं रहा तो सारे के सारे मारे जायेंगे / मैं समझता था की मेरा पेट दर्द गैस के कारण हो रहा है / इसलिए मैं गैस का दवा स्टोर से लाकर खा लेता था /अबसे आप जैसा कहेंगे वैसा ही करूंगा मुझको ठीक कर दीजिये/आप लोग तो भगवान् होते है / मुझे बचा लीजिये /” रोगी सम्भावित मौत के भय से बुरी तरह से डर गया था /
डॉक्टर बाबू ने कहा” ठीक है घबराने की जरुरत नहीं / मैं कुछ दवा लिख देता हूँ / इसी खाना / कुछ टेस्ट है इसे करवाकर अगले सप्ताह मुझसे स्टेशन रोड के पास जेनरल मेडिकल स्टोर में दिखा लेना / मैं वहाँ शाम को पाँच बजे से रहता हूँ /”
रोगी-” डॉक्टर बाबू आप उस दिन हॉस्पिटल में नहीं आयेंगे ?”
डॉक्टर-” आउंगा / लेकिन तुम तो जानते हो यह सरकारी हॉस्पिटल है / फ़ीस नहीं लगता इसलिए सैकड़ों रोगी चले आते है / ज्यादा भीड़-भाड़ होने के कारण ठीक से रोगी को देखने का सुयोग नही मिलता / वहाँ मैं पाँच सौ रुपये फ़ीस में लेता हूँ और अच्छी तरह से रोगी को देखता हूँ / और हाँ, जितने टेस्ट है सब मॉडर्न लैब जो इसी मेडिकल स्टोर के बगल में है वही से करवाना / वहाँ अच्छा रिपोर्ट होता है / इस हॉस्पिटल में भी टेस्ट होता है लेकिन महीनो बाद नंबर आता है / और यहाँ मशीने भी अच्छी नहीं है / लैब टेक्नीशियन भी मन लगाकर टेस्ट नहीं करते / रिपोर्ट ख़राब आता है / और यदि रिपोर्ट ही ठीक नहीं मिला तो इलाज कैसे ठीक से होगा /”
रोगी डॉक्टर साहब को नमस्कार कर चेंबर से ज्योही बाहर निकला डॉक्टर साहब ने अपनी डायरी निकाली और उसमे इस रोगी का और उस लैब का भी नाम लिख लिया जहाँ से कमीशन वसूलना था /

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply