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डैड मेरे लिए एक हसबैंड खरीद दो ना /

मेरी आवाज़ सुनो
मेरी आवाज़ सुनो
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डैड अब मैं यंग हो गई हूँ/
ब्वाय फ्रैंड बदलते-बदलते –
तंग हो गई हूँ/
अब मुझे चाहिए स्थाई समाधान/
ला दो ना मुझे कोई हैंडसम, स्मार्ट
चाहे जितना देना पड़े दाम/
“कन्या दान” का नाम मत लेना/
वर खरीदकर मुझे दान कर देना/
कोई ऐसा वर खरीदना /
जो जिंदगी भर मेरी गुलामी कर सके/
गाड़ी, बंगला मैं जहाँ-जहाँ चाहू दिला सके/
उसपर ना कुंआरी बहन के शादी का बोझ हो
भाई भी जिसका कही सेटेल हो/
माँ- बाप के साथ रहने का-
मुझे कोई नहीं अफ़सोस है/
एक बार मेरे प्यार में पड़ जाय-
फिर उसका सारा रिश्ता शेष है /
सास -ससुर का बोझ भला मै क्यों उठाऊंगी /
सुहागरात के अगले दिन ही मैं मायके चली आउंगी/
वर क्या मेरे लिए एक गुड्डा खरीद लाना /
मै जिस पथ कहूँ उस पथ चले-
ऐसा ही वर लाना/
मैं अपनी कल्चर, अपना पहनावा, अपनी सोच-विचार –
सब उस पर थोप दूंगी/
अंधे कानून का भय दिखाकर
अपने मुट्ठी में कर लुंगी /
शादी के बाद उसे अपना घर तोड़ने पर
मैं मजबूर करवाउंगी/
सारा समय सारा दौलत
ससुराल पर लुटाये
ऐसा उसे बनाउंगी/
एकबार तुम कर दो खर्च जमकर-
खरीदने में मेरे लिए वर
फिर तो उसी से व्याज सहित
भारवाउंगी तुम्हारा घर/
सास-ससुर, साला साली को
सिर्फ याद कर पायेगा /
एक बार मेरे चक्कर में पडा तो-
माँ-बाप, भाई-बहन सबको भूल जाएगा/
इधर -उधर किया तो अंधे कानून का-
ऐसा भय दिखाउंगी की-
सीधे राश्ते पर चला आयेगा/
मेरे डियर डैड-
खर्च से मत घबडाना –
वर नहीं मेरे लिए पूरा पॅकेज खरीद लाना /

(*पूरा पॅकेज=अकेला हैंडसम सा लड़का + बंगला + गाड़ी + अच्छी नौकरी/बिजनेस + भाई -बहन का दायित्व नहीं हो + माँ-बाप से दूर रहता हो /)

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